BAMCEF UNIFICATION CONFERENCE 7

Published on 10 Mar 2013 ALL INDIA BAMCEF UNIFICATION CONFERENCE HELD AT Dr.B. R. AMBEDKAR BHAVAN,DADAR,MUMBAI ON 2ND AND 3RD MARCH 2013. Mr.PALASH BISWAS (JOURNALIST -KOLKATA) DELIVERING HER SPEECH. http://www.youtube.com/watch?v=oLL-n6MrcoM http://youtu.be/oLL-n6MrcoM

Welcome

Website counter
website hit counter
website hit counters

Tuesday, November 17, 2015

https://youtu.be/XtVvssQ6h4A Israel Joining ISIS https://www.youtube.com/watch?v=S2UogUfSwTI अब पुतिन के सबूत भी सामने हैं तो हम क्यों अमेरिका के युद्ध में शामिल हैं,सरकार से पूछ लें महामहिम! अमेरिका ने पैदा किया ISIS,इजराइल का खुल्ला समर्थन और चालीस देश मददगार हम बेमतलब इस जंग का आयात करने लगे हिंदुस्तान में और बारह राज्यों में अलर्ट जारी,क्योंकि लौटके NRI घर को आये पुतिन बोले,आतंक के खात्मे के लिए इस्लामिक स्टेट के अर्थतंत्र की तबाही तत्काल जरूरी लौटके NRI FDI Baba घर को आये तो घर की तनिक सुधि भी लें ISIS financed from 40 countries, incl G20 members – Putin (FULL SPEECH) https://www.youtube.com/watch?v=96k_8ywt22g FULL | President Obama Holds G20 Summit Press Conference In Turkey Nov.16th 2015 https://www.youtube.com/watch?v=tkNsb2cTY9U पलाश विश्वास



https://youtu.be/XtVvssQ6h4A





Israel Joining ISIS
https://www.youtube.com/watch?v=S2UogUfSwTI

अब पुतिन के सबूत भी सामने हैं तो हम क्यों अमेरिका के युद्ध में शामिल हैं,सरकार से पूछ लें महामहिम!

अमेरिका ने पैदा किया ISIS,इजराइल का खुल्ला समर्थन और चालीस देश मददगार

हम बेमतलब इस जंग का आयात करने लगे हिंदुस्तान में और बारह राज्यों में अलर्ट जारी,क्योंकि लौटके  NRI घर को आये


पुतिन बोले,आतंक के खात्मे के लिए इस्लामिक स्टेट के अर्थतंत्र की तबाही तत्काल जरूरी


लौटके NRI FDI Baba घर को आये तो घर की तनिक सुधि भी लें


ISIS financed from 40 countries, incl G20 members – Putin (FULL SPEECH)

https://www.youtube.com/watch?v=96k_8ywt22g


FULL | President Obama Holds G20 Summit Press Conference In Turkey Nov.16th 2015



https://www.youtube.com/watch?v=tkNsb2cTY9U


पलाश विश्वास

आज के प्रवचन मे हमने इस्लामिक स्टेट को फंडिंग और मदद देने के बारे में सबूत वीडियो क्लीपिंग से जारी किये हैं और इसी दरम्यान जी 20 देशों में धमाका करते हुए रूस के राष्ट्रपति ने जी 20 के नेताओं के सामने सबूत पेश कर दिये कि कमसमक एक नहीं दो नहीं,बल्कि चालीस देश इस्लामिक देश के मददगार हैं और उनमें जी 20 के देस भी शामिल हैं।इसी बीच इस्लामिक स्टेट के खिलाफ जंग छेडने वाले अमेरिका ने ही इसे जन्म दिया और इसे हथियार देकर आगे बढाया।


Ben Swann नाम के यूट्यूब चैनल द्वारा एक वीडियो जारी किया गया है जिसमें बताया गया है कि कैसे इस्लामिक स्टेट एक छोटे से संगठन से आतंकियों का सबसे खौफनाक संगठन बन गया। इस वीडियो को देखकर आप भी चौंक जाएंगे। फरवरी 2015 में पोस्ट किया गया यह वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। आप भी देखिए कैसे बना और पनपा इस्लामिक स्टेट-


Truth in Media: Origin of ISIS


https://www.youtube.com/watch?v=o6kdi1UXxhY


उत्तर भारत में छठ पर्व है तो तमिलनाडु में लगभग जलप्रलय है।भयानक आपदा है।वहां पेरियार का आंदोलन सिनेमा में निष्मात है लेकिन सिनेमा का कोई रोबोटिक चमत्कार आपदा में फंसे लोगों के लिए किसी तरह की राहत नहीं है।


मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है और भारत सरकार क्या मदद कर पा रही है,हम नहीं जानते।


सरकार को विदेश दौरों से पुरसत हो तभी न देश की सुधि लें।

वैसे खबर यह है उनके बारे में कि वे खूब बोले और जूम झूमकर बोले बिना संसदीय अनुमति के भारत को भी अमेरिका के जंग में शामिल कर दिया।जाहिर है कि इस्लामिक स्टेट के खिलाफ हर देश से तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।


अमेरिका के सत्तर नागरिक

पेरिस में मारे गये हैं और वे जो बोल रहे हैं,मुंबई धमाकों के बाद भारत के हक में ऐसा बोले भी हों तो क्या कार्रवाई की हथियारों,और परमाणु चूल्हे भारत को तमाने के अलावा बतावें। तो जाहिरे है कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक बार फिर कहा है कि इस्लामिक स्टेटका खात्मा करना होगा।


उस इस्लामिक स्टेट को खत्म करने के लिए दहाड़ रहे हैं ओबामा बाबू जिसे उनने पैदा किया है और इजराइल ने पाला पोसा है। साथ ही अमेरिका और फ्रांस ने इसी के चलते खुफिया जानकारियां साझा करने का समझौता भी किया।


बिरंची बाबा का करिश्मा है कि आ बैल मुझे मार का हांका लगाते हुए वे कह आये है कि भारत भी आईएस के खिलाफ फ्रांस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को कहा है।तो प्रांस नागरिक अधिकार निलंबित कर रहा है और इसीलिए बारत में भी संतन के पांव धरते ही जोर तैयारी है।


हमें मालूम नहीं कि कल देर रात लौटे एफडीआई बाबा को पुतिन ने क्या कहा समझाया होगा जैसा वे बाकी विस्वनेताओं को समझा रहे हैं और अंध भक्त के लिए तो वे ही इसवक्त एकच विश्वनेता हुए ठैरे।इसमें कोई शक की गुंजाइश भी नहीं है।खाल या जीभ की खैर मनायें जो हैं।ऐसी छठ पूजा भी हो रही होगी।लखनऊ में का?


इस बीच इस्लामिक स्टेट के खतरे को सबसे पहले समझने वाले और उसके खात्मे का महाअभियान चलाने वाले रूस के राष्ट्रपति ने दुनिया के नेताओं को एक और सही, एक और नेक सलाह दी है। इस्लामिक स्टेट के खात्मे के लिए उसकी फंडिंग पर लगाम लगाने की जरूरत पर जोर देते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि दुनिया के करीब चालीस देश ऐसे हैं जहां से इस खूंखार आतंकी संगठन को आर्थिक सहायता मिल रही है। आईएस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि इस आतंकी संगठन को मदद देने में जी-20 ग्रुप के देश भी शामिल हैं।


रूसी मीडिया स्पूतनिक ने इस खुलासे के साथ भारतीयरक्षा विशेषज्ञों की राय भी जगजाहिर कर दी है।उम्मीद ही कर सकते हैं कि हमारे राजनेता,राजनयिक और आम लोग भी यह सबकुछ पढ़ जान रहे होंगे।बजरंगी जो हर दूसरे तीसरे को इस्लामिक स्टेट से जुड़ा बताते हु हिंदुत्व जिहाद को अंजाम दे रहे हैं,वे इस पर गौर करें तो इस मुल्क की सेहत के लिए सबसे बेहतर है।


भारतीय रक्षा विशेषज्ञ रिटायर्ड कर्नल दानवीर सिंह रूस के राष्ट्रपति की इस बात को बेहद सही मानते हुए कहते हैं,


"उन्होंने एक महत्वपूर्ण सवाल उठाया है और सवाल के साथ उन्होंने एक तरह से बयान भी दिया है कि इस्लामिक स्टेट (आई एस) के पीछे काफी लोगों का समर्थन है। मूलत: उनका बयान सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, और इनके सहयोगी राष्ट्र जिसमें अमेरिका भी है, की तरफ इशारा करता है। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि तेल व्यापार (ऑयल ट्रेड) से इसको आर्थिक मदद मिलती है। ऑयल ट्रेड बिना टर्की की मदद से फल-फूल नहीं सकता। टर्की नाटो का सदस्य देश है और नाटो का नेता अमेरिका है। तो कहीं न कहीं इस मामले में अमेरिका और पश्चिमी देशों (वेस्टर्न वर्ल्ड) की तरफ उंगली उठती है। वैसे फ्रांस भी कोई दूध का धुला नहीं। फ्रांस भी नाटो का सदस्य है और इसके भी निहित स्वार्थ (वेस्टेड  इंटरेस्ट)  हैं सीरिया के अंदर। जो कहीं न कहीं आई एस को संरक्षण भी देते रहे हैं किसी न किसी रुप में। तो ये इशारा बहुत सही,बहुत सीधा है पुतिन साहब। यह आत्मचिंतन का विषय भी है कई लोगों के लिए।"


बर्बरता का दूसरा नाम बन चुके इस्लामिक स्टेट को आगे बढ़ने में कई देशों ने मदद की। अरब के देशों से भी इन्हें खूब मदद मिली जिसके जरिए इन्होंने अपना दायरा बहुत बढ़ा लिया। भारतीय रक्षा विशेषज्ञ कमर आगा कहते हैं,


"अमेरिका सीधे तौर पर तो फंडिंग नहीं करता। हां उसके सहयोगी देश पाकिस्तान और खाड़ी के कुछ देश ऐसा जरूर कर सकते हैं। बहुत सारे यूरोपीय देशों ने भी उन्हें फिरौती के रूप में पैसे दिए हैं । अरब देशों के व्यापारिय़ों के साथ ही कई और देशों के व्यापारी जिनकी पूंजी यूरोप में भी लगी है, ने भी आई एस की मदद की है। ऐसे कुछ तथ्यों का जिक्र विकिलिक्स में भी है। ऐसे में आतंकवाद के खिलाफ पूरी सख्ती से लड़ रहे राष्ट्रपति पुतिन के विश्वसनीय बय़ान को पूरे गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है।"


रक्षा विशेषज्ञ रिटायर्ड मेजर जनरल शेरू थपलियाल कहते हैं,


"साऊदी अरब के शेख इस्लामिक स्टेट को सबसे ज्यादा फंडिग करते हैं, क्योंकि सबसे ज्यादा पैसा उनके पास है। किसी न किसी रूप में अमेरिका भी जिम्मेदार है इस्लामिक स्टेट को खड़ा करने में"



भारतीय ऱक्षा विशेषज्ञ कहते हैं कि राष्ट्रपति पुतिन के बयान के बाद उन तमाम देशों को संभल जाना चाहिए जो आतंकियों का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करते रहे हैं, उन्हें आर्थिक रूप से सहयोग करते रहे हैं। क्योंकि आतंक और आतंकवादी किसी को नहीं बख्शते। विशेषज्ञ कहते हैं कि इससे पहले इस्लामिक स्टेट के आतंकी कोई और बर्बरता करें उसे मिटाने की ठोस पहल की जाए। जानकार कहते हैं कि इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ाई में जिस साहस और जांबाजी का परिचय रूस ने दिया है उसी तरह का साहस हर उस देश को दिखाना होगा जो इसे जड़ से खत्म करना चाहता है।




रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यही नहीं, जिन देशों से पैसा पहुंच रहा है, उस पर पुतिन ने खुफिया जानकारियां भी साझा कीं। पुतिन ने साथ ही कहा कि आईएस तेल का गैरकानूनी कारोबार करता है। इसे भी खत्म करने की जरूरत है।

बहरहाल,रूस के यात्री विमान को पिछले महीने मिस्र की हवाई सीमा में बम हमले में मार गिराये जाने की पुष्टि होने के साथ ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को बदला लेने की कसम खाई। विमान में यात्रियों और चालक दल सहित कुल 224 लोग सवार थे।हमले की प्रतिक्रिया के तौर पर पुतिन ने सीरिया में मास्को की ओर से की जा रही हवाई बमबारी को और तेज करने का बात कही। हालांकि वह किसी एक समूह या संगठन पर इसका दोष मढ़ने से बचे। साथ ही देश की सुरक्षा एजेंसी ने विमान गिराने के जिम्मेदार को पकड़ने में सहायक सूचना देने वाले को पांच करोड़ डॉलर का इनाम देने की घोषणा की है।


अपने सुरक्षा प्रमुखों के साथ हुई बैठक में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, 'ऐसा नहीं है कि रूस पहली बार क्रूर आतंकी अपराधों का सामना कर रहा है।' मंगलवार को जारी अपनी प्रतिक्रिया में पुतिन ने कहा, 'सिनाई में लोगों की हत्या, पीड़ितों के लिहाज से सबसे क्रूर अपराध है। हम अपनी आत्मा और दिलों से आंसू नहीं पोछेंगे। यह हमेशा हमारे साथ रहेंगे, लेकिन ये हमें अपराधियों को खोजने और सजा देने से नहीं रोकेंगे।'

उन्होंने कहा, 'वे कहीं भी छुपे हों, हम उन्हें खोज निकालेंगे। हम उन्हें दुनिया के किसी भी कोने से खोज निकालेंगे और सजा देंगे।' रूस के सुरक्षा प्रमुख अलेक्सांद्र बोर्तनिकोव ने पुतिन को बताया कि 31 अक्टूबर को मिस्र के रिसॉर्ट शर्म अल-शेख से पर्यटकों को लेकर लौट रहे विमान को उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद देशी बम की मदद से सिनाई प्रांत में गिरा दिया गया।

बम में विदेशों में बना विस्फोटक था, जिसकी क्षमता एक किलोग्राम टीएनटी जितनी थी। फेडरल सेक्योरिटी सर्विस (एफएसबी) के प्रमुख बोर्तनिकोव ने कहा, 'हम स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि यह आतंकवादी हमला था।'



बहरहाल अपने देश में तो तमिलनाडु में आम जनजीवन अस्त व्यस्त है और अगले अड़तालीस घंटे में फिर भारी वर्षा की चेतावनी है।


आवाजाही के सारे साधन बंद हैं और जलबंदी लोग भाग भी नहीं सकते।वैसे सारा देश अब डूब है।


बाकी विकास की हरिकथा अनंत है यमद्रास्फीति दर शून्य से नीचे और कारपोरेट राजगुरु कह रहे हैं कि जनता दाल खाना बंद करें कयोंकि आम जनता दालरोटी को बी मोहताज हैं।


बाबा अबकी दफा जब जहर की पुड़िया भी बिस्कुट वगैरह की तरह बेचेंगे तो शायद जनता को इस विकास दर से निजात मिलेगी। विकास का आलम यह कि जब क्रुड तेल १०७ रूपये बैरल था तो पेट्रोल ७१ रूपये लीटर था।अब ४२ रूपये बैरल है तो ६२ रूपये लीटर है।जनता के पैसे को कौन लूट रहा है?

गनीमत है कि अरब वसंत के बावजूद साझा चूल्हा जिंदा है कि छठ पर्व की महिमा अपरंपार है। इसमें सभी धर्मों के लोग भाग लेते हैंः

IMG_25311907901644.jpeg



छठ मइया की जै। खरना : प्रसाद :- अरवा चावल , दूध , गुड + खीरक मासाला के साथ सूर्यदेवता को अर्घ्य और छठमइया की पूजा की धूम।बिहार के जिन गरीब गुरबों ने बलात्कार सुनामी के खिलाफ वोट करके आत्मसम्मान की रक्षा की है,उनका लोकपर्व है।


ममता बनर्जी भी हुगली के इस पार उस पार छठ उत्सव में शामिल होने की पहल की है।राजनीति जो हो सो हो,हिंदी जनता के उत्सव में बंगाल की मुख्यमंत्री की भागेदारी का स्वागत है।


यही हमारा असल देश है,जो आत्मघाती बजरंगियों की नफरत की दुनिया हरगिज नहीं है।जनता बी बजरंगी नहीं है।हमारा खून भी हिंदुत्व और मनुस्मृति के इस न्रक के बावजूद एक है सो प्रकृति की पूजा की लोक परंपरा इतिहास की निरंतरता बनकर पुरोहिती विशुध धर्म कर्म के वैजिकी मिथकीय सिंह गर्जना से लोह ले रही है।


वाराणसी अब भारतीय संस्कृति की प्राचीनतम राजधानी नहीं है बल्कि आधुनिकतम स्मार्ट सिटी  क्वेटो है ,बस,नाम बदलना बाकी है।दूसरी ओर,पटना में गंगा किनारे लोग जमा फासीवाद के अंत की प्रार्थना कर रहे हैं क्योंकि वे बखूब जानते हैं कि विकास हो न हो,हिंदू राष्ट्र का फासीवादी मनुस्मृति शासन बहाल रहें,तो उनका रहा सहा वजूद भी बचने वाला नहीं है।


हम नहीं जानते इस पर यूपीवालों की और खासतौर पर बहनजी की क्या राय है।नीली जनता और लाल भूगोल के एकीकरण के बिना और सारे जनपक्षधर ताकतों की राष्ट्रव्यापी गोलबंदी के बिना,समूते विपक्ष के महागठबंधन के बिना उन लोगों से निजात पाना मुश्किल है जो या तो दुनिया भर में घूम घूमकर देश बेच रहे हैं या युद्ध और गृहयुद्ध का आयात करके अंध राष्ट्रवाद के कारोबारी हैं और शेयर बाजार से सबकुछ जोड़कर संपूर्ण निजीकरण के असल एजंडा के साथ पूरी दुनिया को मनुस्मृति अनुशासन में बांधने का घृणा अभियान और राष्ट्रघाती धतकरम में लगे हैं।समझिये।


बिहार में महागठबंधन की सरकार के शपथ ग्रहण में ममता जा रही हैं तो वाम नेता बी शामिल होंगे।अरविंद केजरीवाल और तरुण गगोई होंगे।सोनिया गांधी भी होंगी।


अखिलेश ने यूपी में गठबंधन की बात करके अगले ही दिन फिर कहा कि नेताजी तय करेंगे।नेताजी ने बिहार में क्या कर दिया,हम जान रहे हैं।लेकिन यूपी में केसरिया सुनामी का अंत करने के लिए जिन मायावती और नीली जनता की ओर हम देख रहे हैं,उनकी मति गति कुछ मालूम नहीं है।


देश दांव पर है,सभी साथ न हों तो फिर तबाही है,समझ लें।




इसी बीच स्पेन के सबसे प्रतिष्ठित अखबार 'लॉ रेजां' ने कनाडा स्थित भारतीय मूल के एक सिख को पेरिस अटैक में शामिल आतंकी बता दिया। हालांकि, बाद में अखबार को जैसे ही इस गलती का पता चला तो उसने माफी मांग ली।


फ्रांस में संविधान संशोधन करके नागरिक हकहकूक निलंबित करके पूर्वोत्तर भारत की तरह कहीं भी बिना वारंट छापे और बिना वारंच गिरफ्तारी की तैयारी है तो यूरोप के देशों में रह रहे हिंदुस्तानियों की गत माई नेम इज खान से बेहतर नहीं होने वाली है तो हिंदुस्तान की सरजमीं पर भी सारा देश अब मणिपुर बनने जा रहा है।


फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा है कि उनका देश आईएस को खत्म करके ही दम लेगा। संसद के एक संयुक्त सत्र में ओलांद ने कहा कि आतंकवाद देश को बर्बाद नहीं करेगा, क्योंकि देश आतंकवाद को खत्म कर देगा। इसके साथ ही ओलांद ने रक्षा क्षेत्र में ज़्यादा खर्च करने पर भी जोर दिया।ओलांद ने नागरिक अधिकार निलंबित कर बिना वारंट छापे मारने और  शक के बिना किसी को भी गिरप्तार करने के लिए संसद से संविधान संशोधन की गुहार लगायी है।


ओबामा ने दो दिनों के जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन पर संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, 'हम जो रणनीति आगे रख रहे हैं वह आखिरकार काम करने जा रही है। इसमें वक्त लगेगा।' आईएस की क्षमता को कम कर आंकने के बारे में बार-बार सवाल पूछे जाने से ओबामा खीझ गए। उन्होंने क्षेत्र में अमेरिका के जमीनी सैनिकों (थल सेना) को भेजने की बात खारिज करते हुए कहा कि यह एक गलती होगी और क्षेत्र में एक स्थायी कब्जा लेने वाले बल की प्रतिबद्धता नहीं होने तक यह काम नहीं करेगा। उन्होंने कहा, 'जब सैनिक भेजे जाएंगे, वे सैनिक घायल होंगे। वे मारे जाएंगे।' नई रणनीति बताने की बजाय ओबामा ने कहा कि अमेरिका अभी चल रहे हवाई हमलों में तेजी लाएगा।


संतन के पांव स्वभूमि पर पड़ते ही जो गृहमंत्रालय भारत में कलतक इस्लामिक स्टेट के वजूद से इंकार कर रहा था,उसने एक मुश्त बारह राज्यों में इस्लामिक स्टेट की गतिविधियों और खतरे के बारे में राज्य सरकारों को अलर्ट कर दिया।अब जाकर कहीं अमेरिका के जुध में शामिल होने का संकल्प कर स्वदेश लौटे बिरंजी बाबा की शान में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के भी बोल सुहाने सुहाने हैं और उनने फरमाया है कि  आईएसआईएस का विश्व को  खतरा है और यह एक वैश्विक चुनौती है।  सारे देशों को   इसके खिलाफ लड़ने के लिए एक साथ आना चाहिए । नई दिल्ली में एक समारोह  के मौके पर मीडिया से बात करते हुए श्री सिंह ने कहा, भारत पूरी तरह से सतर्क है और समूहों की तरह आईएसआईएस जैसे  किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार है।


गौर जरुर करें कि उनने  कह दिया है कि केंद्र जल्द ही देश में आंतरिक सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक बैठक बुला रहा है। फिर वही थीम सांग,दुनिया भर में असहिष्णुता की बढ़ती घटनाओं के बारे में मीडिया के एक प्रश्न का जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा, भारत में कोई असहिष्णुता नहीं है।सिर्प बाकी धार्मिक लोगों की तरह यह नहीं बोले कि जो असहिष्णुता की बात कर रहे हैं,वे दरअसल राष्ट्रद्रोही है या उन्हें तुरंत पाकिस्तान बेज दिया जाना चाहिए।गनीमत है।



अरब वसंत के जरिये  जो तहलका पहले ही मचा हुआ है और जो जिहादी मंजर है,उसके मद्देनजर फ्रांस के नक्शेकदम पर जब सारे नागरिक अधिकार निलंबित होंगे और बिना वारंट छापे और गिरफ्तारियों का सिलसिला चलेगा तो पता नहीं,क्या क्या होने वाला है।


मजा इसपर यह है कि आप जनसुनवाई या कानून के राज की गैरमौजूदगी में नागरिक और मानवाधिकार के हनन के खिलाफ चूं तक नहीं कर पायेंगे। क्योंकि किसी भी तरह का विरोध मसलन पुरस्कार स्मान लौटाना इत्यादि भी अब राष्ट्र की अवधारणा के विरुद्ध है,सहिष्णुता और बहुलता बहाल ऱकने की बार बार गुहार लगाकर फेल राष्ट्रपति ने नसीहत दी है कि हरगिज पुरस्कार सममान न लौटायें तो मंत्री कह रहे हैं कि सारे विशिष्टजन या तो राजनीति में शामिल हैं या राजनीति के पैसे डकारे हुए हैं।


समांतर सिनेमा के सबसे बेहतरीन निर्देशक श्याम बेनेगल भी सत्ता की भाषा बोलने लगो हैं और उनने कहा है कि अवार्ड लौटाना अब देश में महामारी का रूप ले लिया है।बजरंगियों के सुर में सुर मिलाते हुए उनके भी अनुपम बोल हैं कि

अवॉर्ड देश द्वारा दिया जाता है, न कि सरकार इसे देती है। ऐसे में अवॉर्ड लौटाना समस्या का समाधान नहीं है।


वैसे शाहरुख खान ने मुंह खोला तो नतीजा देख रहे हैं कि छापे पड़ रहे हैं।अब वे यह तो पिर नहीं कह सकते कि माई नेम इज खान!

My Name Is Khan Movie Review - Across all Cities & Countries SRK v/s Shivsena

https://www.youtube.com/watch?v=AUSamn-iHp8



बाकी फिल्मकारों की हालत अब बोलने की भी नहीं है।इस नजारा में डिजिटल देश की बायोमैट्रिक नागरिकता का हाल क्या होना है,यह तो कोई वैदिकी देव देवी की किपा पर निर्भर है।

Neither Obama nor France invited or provoked why do we join the war,Mr President?


Rather speak to your government while you restrict the conscience of the Nation and the institutional fascism kills the idea of India,the Indian Masses!


Thanks You Tube!Sharing evidences how Israel created ISIS with US help to destroy Islam!Tracked Indian leaders and shared the ISIS threat video with and shared also the videos of the LIVE War afresh in the middle east with a Red Alarm that India becomes the WAR Zone.Dare not scream for your soul and conscience but face the Truth!


US media questions US funding to  Al Qaeda,Taliban and ISIS and questions the justification of the war in which Hindu Taliban includes us as it kills the mandate,the parliament and the constitution to make this global war become the Manusmriti global order!

New ISIS Threat Reported In Washington!
https://www.youtube.com/watch?v=tzeqTGwzPFw


#Good Earth Endangered #India Warzone#IISIS Threat #Washington #London# Rome#War Live#Terror kills Humanity!#Manusmriti Rule

Is India at war against Islam as it stands with Israel against Palestine and the Arab Humanity?The Global Hindutva agenda launched by institutional fascism ruling India  already has declared a war against Islam and imported BEEF SPRING and Crusade against Tipu Sultan prove it more the enough!


France Air Force against ISIS After Paris Terror Attacks1
https://www.youtube.com/watch?v=I4J0LeJ-D9g


Palash Biswas


--
Pl see my blogs;


Feel free -- and I request you -- to forward this newsletter to your lists and friends!

No comments:

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...