नयी दिल्ली । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आतंकवाद से जुड़े मामलों में बंद 'बेकसूर' युवकों की रिहाई की पैरवी की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आतंकवाद से जुड़े मामलों में बंद 'बेकसूर' युवकों की रिहाई की पैरवी करते हुए कहा है कि देश का हर तबका आतंकवाद के खिलाफ है और इसके नाम पर किसी को परेशान नहीं किया जा सकता। प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित सम्मेलन में अखिलेश ने कहा, ''आतंकवाद के कई मामलों में निर्दोष लोगों पर झूठे आरोप लगाए हैं। इन लोगों की रिहाई होनी चाहिए। बेकसूर लोगों को रिहा किए जाने की लड़ाई का मैं समर्थन करता हूं।'' उन्होंने कहा, ''देश के सभी तबके आतंकवाद के खिलाफ हैं। परंतु आतंकवाद के नाम पर किसी को परेशान नहीं किया जा सकता। आतंकवाद के मामलों में पकड़े गए निर्दोष युवकों के मामलों को हमारी पार्टी :सपा: हमेशा से उठाती रही है और संसद के इस सत्र में भी इस मुद्दे को उठाएंगे।'' इस मौके पर जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने कहा, ''हमने सरकार से बार बार यह आग्रह किया है कि निर्दोष नौजवानों को रिहा किया जाए। आज भी हम इस मांग को दोहरा रहे हैं। देश में सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में एक सख्त कानून भी बनना चाहिए।'' उधर, जमीयत के इस सम्मेलन में कांग्रेस के दो मुस्लिम नेताओं सलमान खुर्शीद और गुलाम नबी आजाद के भी शामिल होने की बात कही गई थी, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए। (भाषा) |
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