इस रंगभेदी केक की देश-दुनिया में हो रहे विरोध के बाद माडर्न म्यूजियम ने कहा है कि केक पार्टी के आयोजन का उद्देश्य महिलाओं की खतना प्रथा की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना था. स्वीडन की सांस्कृति मंत्री आजकल एक केक को काटने को लेकर विवादों से घिर गई हैं. दरअसल यह केक अफ्रीकी आदिवासी महिला की शक्ल में बनाया गया था. उसे काटने पर चिल्लाने चीखने का आवाजें आ रही थीं.
जनज्वार: स्वीडन की संस्कृति मंत्री के इस केक को काटने को लेकर विवाद छिड़ गया है. लोगों ने उनकी आलोचना की है और एक संगठन ने उनसे इस्तीफा देने की मांग की है. स्वीडिश आर्ट फेडरेशन की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए रविवार को स्कॉटहोम माडर्न म्यूजियम में एक केक पर्टी का आयोजन किया गया था. इसमें संस्कृति मंत्री लेना एडल्शन लिलजेरोथ भी शामिल हुई थीं. इस समारोह के लिए यह केक को बनाया गया था जिसे काटने के लिए मंत्री जी को बुलाया गया था. केक में स्त्री की जननेंद्रियों को उकेरा गया था, जिन्हें काटना था.
केक बनाया था एफ्रो-स्वीडिश कलाकार मकोडे अज लिंडे ने. संस्कृति मंत्री लेना एडल्शन लिलजेरोथ जब केक काटने के लिए चाकू उठाया तो, केक से नो...नो की आवाजें आने लगीं. दरअसल केक को बनाते समय उसमें एक ऐसी मशीन लगाई गई थी, जिससे केक काटते समय चिखने-चिल्लाने और रोने की आवाजें आती थीं.
स्वीडन में अफ्रीकी मूल के लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले एक संगठन ने इस रंगभेदी तमाशे में शामिल होने के लिए संस्कृति मंत्री की निंदा करते हुए उनसे इस्तीफा मांगा है. इस रंगभेदी केक की देश-दुनिया में हो रहे विरोध के बाद माडर्न म्यूजियम ने कहा है कि केक पार्टी के आयोजन का उद्देश्य महिलाओं की खतना प्रथा की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना था. म्यूजियम की इस दलील पर सवाल उठाते हुए अफ्रीकन-स्वीडिश नेशनल एसोसिएशन के प्रमुख कितिंबवा साबुनी ने कहा,'लेकिन इसे केक और वह भी एक अफ्रीकी महिला के जरिए ही क्यों किया गया.'
वहीं संस्कृति मंत्री ने इसे अफवाह बताया है. उन्होंने कहा,'मुझे विश्व कला दिवस पर कला की स्वतंत्रता विषय पर बोलने के लिए बुलाया गया था. इस दौरान उन्होंने मुझसे केक काटने के लिए कहा.' उन्होंने कहा, ' जब मैं केक काटने गई तो मेरे पास उसे ध्यान से देखने का समय नहीं था.लेकिन अगर इससे किसी की भावना इससे आहत हुई है तो, वह इसके लिए क्षमाप्रार्थी हैं.' उन्होंने कहा कि केक बनाने वाले कलाकार को यह बाताना चाहिए कि आखिर उसका उद्देश्य क्या था.
वहीं केक बनाने वाले कलाकार मकोडे अज लिंडे ने कहा कि उनकी कलाकृति के गलत मायने निकाले गए. लिंडे पिछले कुछ सालों से काले लोगों के प्रति दुर्भावाना की आलोचना करने के लिए इसे अपनी कला का विषय बनाया है. उन्होंने कहा, ' केक की थीम के लिए जननेंद्री का चुनाव विषय के अनुकूल था। मैं समझता हूं कि इससे जो लोग आहत हुए हैं, उन लोगों ने एक कलाकार के रूप में मेरी भावना को नहीं समझा.' इस बीच मंगलवार को एक व्यक्ति ने टेलीफोन कर म्यूजियम में बम रखे होने की सूचना दी. फोन करने वाले ने म्यूजियम पर रंगभेदी होने का आरोप लगाया. इसके बाद पुलिस ने म्यूजियम को खाली कराकर खोजी कुत्तों के साथ म्यूजियम की तलाशी ली. लेकिन वहां से कुछ भी संदीग्ध नहीं मिला. अलजजीरा से साभार
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