BAMCEF UNIFICATION CONFERENCE 7

Published on 10 Mar 2013 ALL INDIA BAMCEF UNIFICATION CONFERENCE HELD AT Dr.B. R. AMBEDKAR BHAVAN,DADAR,MUMBAI ON 2ND AND 3RD MARCH 2013. Mr.PALASH BISWAS (JOURNALIST -KOLKATA) DELIVERING HER SPEECH. http://www.youtube.com/watch?v=oLL-n6MrcoM http://youtu.be/oLL-n6MrcoM

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Thursday, June 16, 2011

Fwd: भाषा,शिक्षा और रोज़गार



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From: भाषा,शिक्षा और रोज़गार <eduployment@gmail.com>
Date: 2011/6/16
Subject: भाषा,शिक्षा और रोज़गार
To: palashbiswaskl@gmail.com


भाषा,शिक्षा और रोज़गार


राजस्थानःशिक्षा और रोज़गार समाचार

Posted: 15 Jun 2011 10:27 AM PDT

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्डःकई केंद्रों की परीक्षाएं निरस्त
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सवाईमाधोपुर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों की परीक्षा निरस्त कर दी है। इन केंद्रों पर अब 4 से 7 जुलाई के बीच परीक्षाएं होंगी। बोर्ड ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय मानटाउन के उत्तर-पुस्तिका संग्रहण केन्द्र पर हेराफेरी प्रकरण के दृष्टिगत कुछ विषयो की परीक्षाएं पुन: कराने का निर्णय किया है। परीक्षाएं उन्हीं परीक्षा केन्द्रों पर सुबह 8 से 11.15 के मध्य आयोजित की जाएंगी। परीक्षार्थी पूर्व में जारी प्रवेश-पत्र के आधार पर परीक्षा देने के लिए पात्र होंगे। यह जानकारी बोर्ड सचिव मिरजूराम शर्मा ने दी।

सवाईमाधोपुर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परीक्षा केन्द्र की उच्च माध्यमिक की राजनीति विज्ञान (द्वितीय), लेखाशास्त्र (द्वितीय), भौतिकी विज्ञान (द्वितीय), राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय साहूनगर परीक्षा केन्द्र की उच्च माध्यमिक की हिन्दी साहित्य (प्रथम), उर्दू साहित्य (प्रथम), राजनीति विज्ञान (द्वितीय), लेखाशास्त्र (द्वितीय), भौतिकी विज्ञान (द्वितीय), वरिष्ठ उपाध्याय की हिन्दी साहित्य (प्रथम), प्रवेशिका की अंग्रेजी, संस्कृत (प्रथम) तथा माध्यमिक की अंग्रेजी, संस्कृत और उर्दू (तृतीय भाषा), राजकीय आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय परीक्षा केन्द्र की उच्च माध्यमिक की राजनीति विज्ञान (द्वितीय), लेखा शास्त्र (द्वितीय), भौतिकी विज्ञान (द्वितीय) तथा माध्यमिक की संस्कृत और उर्दू (तृतीय भाषा) की परीक्षाएं निरस्त की गई है। -
इसी प्रकार राजकीय माध्यमिक विद्यालय मानटाउन परीक्षा केन्द्र की उच्च माध्यमिक की राजनीति विज्ञान (द्वितीय), लेखा शास्त्र (द्वितीय), भौतिकी विज्ञान (द्वितीय) तथा माध्यमिक की अंग्रेजी, टाइनी टॉटस पब्लिक उच्च माध्यमिक विद्यालय परीक्षा केन्द्र की उच्च माध्यमिक की हिन्दी साहित्य (प्रथम), उर्दू साहित्य (प्रथम), राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय चकचैनपुर परीक्षा केन्द्र की उच्च माध्यमिक की हिन्दी साहित्य (प्रथम), उर्दू साहित्य (प्रथम), राजनीति विज्ञान (द्वितीय), लेखा शास्त्र (द्वितीय), भौतिकी विज्ञान (द्वितीय) और राजकीय माध्यमिक विद्यालय सेलू परीक्षा केन्द्र की माध्यमिक की अंग्रेजी विषय की परीक्षा रद्द कर दी गयी है।
आदर्श विद्या मंदिर विद्यालय खिरनी परीक्षा केन्द्र की माध्यमिक की अंग्रेजी, संस्कृत और उर्दू (तृतीय भाषा), राजकीय माध्यमिक विद्यालय टोडरा परीक्षा केन्द्र की उच्च माध्यमिक की राजनीति विज्ञान (द्वितीय), भौतिकी विज्ञान (द्वितीय) तथा माध्यमिक की संस्कृत (तृतीय भाषा), राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भगवतगढ तथा आशीष पब्लिक उच्च माध्यमिक विद्यालय मित्रपुरा परीक्षा केन्द्र की माध्यमिक की अंग्रेजी, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सूरवाल परीक्षा केन्द्र की उच्च माध्यमिक की हिन्दी साहित्य (प्रथम), राजनीति विज्ञान (द्वितीय), राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बोन्ली परीक्षा केन्द्र की उच्च माध्यमिक की हिन्दी साहित्य (प्रथम), उर्दू साहित्य (प्रथम), वरिष्ठ उपाध्याय की हिन्दी साहित्य (प्रथम) तथा राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बौंली की माध्यमिक की अंग्रेजी विषय की परीक्षा रद्द कर दी गयी है।
यह रहेगा परीक्षा कार्यक्रम
4 जुलाई को उच्च माध्यमिक की हिन्दी साहित्य (प्रथम), उर्दू साहित्य (प्रथम) और वरिष्ठ उपाध्याय की हिन्दी साहित्य (प्रथम), 5 जुलाई को माध्यमिक की अंग्रेजी और प्रवेशिका की अंग्रेजी, 6 जुलाई को राजनीति विज्ञान (द्वितीय), लेखा शास्त्र (द्वितीय), भौतिकी विज्ञान (द्वितीय) तथा 7 जुलाई को माध्यमिक की संस्कृत, उर्दू (तृतीय भाषा) और प्रवेशिका की संस्कृत (प्रथम पत्र) की परीक्षाएं आयोजित की जाएगी।

टेट को लेकर मानव संसाधन मंत्रालय से चर्चा
राज्य सरकार ने अध्यापक पात्रता परीक्षा (टेट) की बाधाएं दूर करने के लिए प्रयास तेज कर दिए है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद इस मामले में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों से चर्चा की है। उन्होंने मंत्रालय से शीघ्र अधिसूचना जारी करने तथा जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने को कहा है।
बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि टेट आयोजन को लेकर राज्य सरकार तथा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक जयपुर में हुई। बाद में मुख्यमंत्री ने खुद मंत्रालय के अधिकारियों से चर्चा की। मंत्रालय से आग्रह किया कि प्रदेश में बेरोजगार युवाओं को ध्यान में रखते हुए तमाम बाधाएं दूर की जाएं। टेट की संशोधित अधिसूचना अब तक जारी नहीं हुई है, उसे शीघ्र जारी किया जाए।
गौरतलब है कि राजस्थान हाइकोर्ट ने राज्य सरकार तथा राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को टेट से संबंधित याचिकाओं में राहत दे दी है। ऎसे में परीक्षा आयोजन में सिर्फ संशोधित अधिसूचना जारी होने की अड़चन है। संशोधन जारी होते ही परीक्षा व आवेदन की तिथि घोषित कर दी जाएगी।

पटवारी भर्ती परीक्षा अगस्त में
राजस्व मंडल की ओर से आयोजित होने वाली पटवारी भर्ती परीक्षा -2011 अगस्त में आयोजित होगी। अब तक 9 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने विभिन्न जिलों में आवेदन पत्र जमा करवाए हैं। आवेदन पत्र जमा कराने का बुधवार को अंतिम दिन है, इससे अभ्यर्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।
राजस्व मण्डल अधिकारियों का कहना है कि परीक्षा की व्यवस्था के लिए सभी जिला कलक्टरों से चर्चा की जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि परीक्षा के दिन आरपीएससी, यूपीएससी तथा अन्य बोर्ड की परीक्षाओं की तिथियों में टकराव नहीं हो। व्यवस्था में दो माह का समय लग सकता है। परीक्षा के आयोजन पर 7 करोड़ रूपए खर्च हो सकते हैं। हालांकि राज्य सरकार की ओर से परीक्षा के लिए 8 करोड़ रूपए की मंजूरी दी है।

राजस्व मण्डल की ओर से पटवारी के 2363 पदों के लिए परीक्षा होगी। अब तक आए आवेदनों से करीब साढ़े 6 करोड़ रूपए की आय हुई है। बोर्ड को इसमें बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। वर्ष 2008 में आयोजित पटवारी भर्ती के लिए साढ़े चार लाख लोगों ने आवेदन किया था।

पटवारी भर्ती परीक्षा के लिए करीब 2363 पदों पर 9 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। देखा जाए तो एक पद के लिए करीब 381 से अधिक अभ्यर्थी अपना भाग्य आजमाएंगे।
इसलिए भी बढ़े अभ्यर्थी
पटवारी भर्ती में आयु सीमा में छूट दिए जाने को लेकर भगवानसिंह राठौड़ व अन्य ने राजस्थान उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। उच्च न्यायालय ने 25 मई को याचिका का निपटारा करते हुए पटवारी भर्ती परीक्षा में 1 जनवरी 2009, 1 जनवरी 2010 तथा 1 जनवरी 2011 को निर्धारित आयु सीमा की शर्त पूरी करने वाले अभ्यर्थियों को शामिल करने के आदेश दिए थे। आयु सीमा में बढ़ोतरी होने के कारण भी अभ्यर्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।

दसवीं के नतीजों को दिया अंतिम रूप
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने दसवीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी करने की कवायद शुरू कर दी है। परीक्षा परिणाम कमेटी की बैठक में सैकंडरी के नतीजों को लेकर चर्चा हुई। बोर्ड 20 जून तक परिणाम जारी करने की तैयारी कर रहा है। किसी कारणवश देरी हुई तो बोर्ड ने 25 जून की अगली तिथि तय कर रखी है।
बोर्ड में मंगलवार को परीक्षा परिणाम समिति की बैठक हुई। बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि परिणाम को लेकर मशक्कत की जा रही है। बोर्ड का प्रयास है किर पिछले साल की तरह इस साल भी 20 जून के आस-पास परिणाम जारी कर दिया जाए। इस साल बोर्ड में सैकंडरी के लिए दस लाख से ज्यादा परीक्षार्थी पंजीकृत किए गए।

आरएएस साक्षात्कार 27 से
राज्य एवं अधीनस्थ सेवा संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा-2010 (आरएएस) के 27 जून से साक्षात्कार आयोजित किए जाएंगे। राजस्थान लोक सेवा आयोग ने साक्षात्कार का दो माह लम्बा कार्यक्रम तय किया है। साक्षात्कार प्रक्रिया 26 अगस्त को सम्पन्न होगी। आयोग ने इसके लिए तीन बोर्ड का गठन किया है। साक्षात्कार सुबह एवं शाम की पारी में होंगे।
आयोग सचिव के.के. पाठक के अनुसार कुल 821 पदों की मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण 2015 अभ्यर्थियों को मंगलवार सुबह साक्षात्कार पत्र विस्तृत आवेदन पत्र के साथ उनके डाक पते पर भेजे गए हैं। अभ्यर्थियों को समस्त प्रमाण पत्रों की फोटो प्रति के साथ आवेदन पत्र भरकर आयोग में जमा कराना होगा। आवेदन पत्र नहीं मिलने की स्थिति में अभ्यर्थी आयोग में पचास रूपए बतौर शुल्क जमा करवाकर उसकी द्वितीय प्रति ले सकेंगे। आयोग की वेबसाइट से इसे डाउनलोड भी किया जा सकता है।

साढे चौदह हजार शिक्षक भर्ती होंगे
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान(रमसा) के तहत राज्य में 14600 द्वितीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती होगी। जिसमें 75 फीसदी राशि केन्द्र सरकार देगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसके लिए स्वीकृति दे दी है। शिक्षा संकुल में मंगलवार को आयोजित 11वीं प्रोजेक्ट अप्रूव बोर्ड की बैठक में रमसा के तहत शिक्षक भर्ती सहित करीब आठ सौ करोड रूपए की योजनाओं को स्वीकृति दी गई।

केन्द्रीय शिक्षा सचिव अंशु वैश्य की अध्यक्षता में आयोजित बोर्ड की बैठक के दूसरे दिन राजस्थान की ओर से पेश किए गए 1024 करोड रूपए के प्रस्तावों पर चर्चा की गई। बोर्ड ने करीब आठ सौ करोड के प्रस्तावों को स्वीकृति दी। स्वीकृत प्रस्तावों में 14600 द्वितीय श्रेणी एवं विष्ाय अध्यापकों की भर्ती के संशोघित प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। शिक्षा विभाग की ओर से 20 हजार शिक्षकों की भर्ती का प्रस्ताव दिया गया।

बैठक में एसईएमआईएस के तहत डेटा केप्चर फोर्मेट के लिए स्कूलों की ओर से की गई लगभग हर मांग को स्वीकृति दी गई। माध्यमिक शिक्षा आयुक्त भास्कर सांवत ने बताया कि बैठक में प्रत्येक स्कूल के लिए 50-50 हजार रूपए स्वीकृत हुए। जिससे आधारभूत सुविधाएं जैसे टेलीफोन, इंटरनेट, लैब, खेल का मैदान आदि विकसित की जा सकेंगी। राज्य के 2392 स्कूलों में 1600 नए कमरे बनवाने, 2200 लैब, 700-700 टॉयलेट एवं वाटर फेसेलिटी विकसित करने के लिए राशि स्वीकृत की गई।

राज्य के 19,500 माध्यमिक शिक्षकों के प्रशिक्षण एवं नवीं कक्षा के लर्निग लेवल एसेसमेंट प्रोजेक्ट को भी स्वीकृति दी गई। शिक्षकों के प्रशिक्षण की पूर्व निर्घारित दर 1500 रूपए प्रति शिक्षक के अनुसार राशि स्वीकृत की गई।


एनआरएचएम के संविदाकर्मियों की नौकरी गई
राज्य सरकार ने मंगलवार को एक आदेश जारी कर राज्य की समस्त जन स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं में एनआरएचएम के तहत संविदा पर लगे करीब सौ तकनीकी व गैर तकनीकी कर्मचारियों को हटा दिया है। अपने अपने जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अघिकारियों ने भी फैक्स से आदेश मिलते ही इन्हें तुरंत प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया।
प्रयोगशालाओं से एक साथ आधे से अघिक कर्मचारी हटने से मिलावटी नमूनों की जांच भी ठप सी हो गई है। इसकी वजह केवल इतनी ही है कि राज्य सरकार को केन्द्र सरकार के पीआईपी परियोजना से इस वष्ाü इन कर्मचारियों को देने के लिए वेतन का बजट नहीं मिला है।

राज्य में जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, अजमेर और अलवर में जन स्वास्थ्य प्रयोगशालाएं है। जयपुर की प्रयोगशाला में 35 स्थाई कर्मचारी है, शेष्ा स्थानों पर संविदाकर्मियों के हटने के बाद तीन तकनीकी कर्मचारी और चार चपरासी रह गए हैं। 

जोधपुर की जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला में 19 कर्मचारियों को हटाने का आदेश मिलते ही सीएमएचओ डॉ. रमेश माथुर ने दोपहर को ही इनको कार्यमुक्त कर दिया। इसमें छह प्रशिक्षणरत विश्लेष्ाक, एक लेखा प्रबंधक, प्रयोगशाला सहायक, स्वीपर, इलेक्ट्रिशियन और सुरक्षाकर्मी शामिल है। जोधपुर की प्रयोगशाला को पिछले दो साल में केन्द्र सरकार के केपेसिटी बिल्डिंग प्रोजेक्ट के अंतर्गत बजट मिलने से यहां करीब डेढ़ करोड़ के नए उपकरण खरीदे गए हैं। संविदाकर्मियों के हटने से आधुनिक बनती जा रही यह प्रयोगशाला एक बार फिर से गर्त में धकेल दी गई है और तो और इन उपकरणों को संचालित करने के लिए भी इन संविदाकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया था। इनके हटने से प्रयोगशाला में उपकरणों को संचालित कराने वाला कोई नहीं होगा(सभी खबरें राजस्थान पत्रिका,15.6.11 से)।

मप्र की तरह बिहार के प्रशिक्षित शिक्षकों को भी मान्यता देने की मांग

Posted: 15 Jun 2011 10:13 AM PDT

बिहार के शिक्षा मंत्री पीके. शाही ने केंद्र सरकार से राज्य में प्रशिक्षित शिक्षकों को मध्य प्रदेश की तर्ज पर मान्यता देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर कोई ब्रिज कोर्स चलाकर मान्यता देना चाहें तो उसे भी स्वीकार किया जाना चाहिए। शाही मंगलवार को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल से मुलाकात के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार में प्रशिक्षित शिक्षकों की कमी को देखते हुए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय खुला विश्र्वविद्यालय दो वर्षो का पाठयक्रम चला रहा है। एनसीटीयू इन्हें मान्यता नहीं दे रहा है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय खुला विश्र्वविद्यालय के कुलपति का कहना है कि मध्य प्रदेश में उसी प्रशिक्षण को मान्यता दी गई है। शाही ने कहा कि साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार कक्षा एक और दो के विद्यार्थियों को पोशाक की राशि के लिए बैंक में खाता खोलने की बात कह रही है। इस उम्र के बच्चों के बैंक खाता खोलने में कई तरह की कठिनाई है। बिहार में पहले से ही स्कूली बच्चों को पोशाक देने का कार्यक्रम चलाया जा रहा है और इसमें आज तक एक प्रतिशत की भी गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने मांग की कि बिहार को बैंक खाता खोलने के मामले में छूट दी जाए। बिहार के शिक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की पांच हजार की आबादी पर एक उत्प्रेरक नियुक्त करने की योजना है। बिहार में पंचायतों की आबादी साढे़ सात हजार से अधिक है इसलिए एक और उत्प्रेरक नियुक्त करने की अनुमति दी जाये। उन्होंने केंद्र की प्रत्येक प्रखंड में एक माडल स्कूल खोलने की योजना पर कहा कि बिहार सरकार प्रत्येक प्रखंड में 591 बुनियादी स्कूल चला रही है(दैनिक जागरण,पटना,15.6.11)।

पंजाब विविःपैसे लेकर पूर्व छात्रों को पास होने का मौका

Posted: 15 Jun 2011 09:55 AM PDT

पंजाब यूनिवर्सिटी की अटका पड़ा इम्तिहान पास करने के लिए गोल्डन चांस देने की योजना हिट हो गई है। भारी भरकम फीस होने के बावजूद हर साल गोल्डन चांस के लिए सैकड़ों विद्यार्थी सामने आने लगे हैं। वीसी प्रो. आरसी सोबती ने पंजाब यूनिवर्सिटी की गोल्डन जुबली पर 2007 में इस योजना का श्रीगणेश किया था। अप्रैल 2010 में तो महज पांच विद्यार्थी ही सामने आए, लेकिन अप्रैल 2011 में 35 विद्यार्थियों ने इसका फायदा उठाया। सितंबर 2010 में गोल्डन चांस पाने के लिए विभिन्न कोर्सो के 289 विद्यार्थियों ने आवेदन करके पेपर दिया। इतनी बड़ी संख्या से उत्साहित होकर ही यूनिवर्सिटी प्रशासन ने योजना को आगे जारी रखने का एलान कर दिया है। सितंबर 2011 के लिए प्रशासन ने इसकी फीस भी बढ़ा दी है। पहले गोल्डन चांस पाने के लिए विद्यार्थियों से 7500 रुपये लिए जाते थे, लेकिन इस बार से यह फीस 10 हजार रुपये कर दी गई है। अगर एक से ज्यादा विषयों में अपीयर होना है तो प्रति विषय इसमें 800 रुपये का इजाफा होता जाएगा। यह आम फीस से पांच छह गुणा अधिक है, लेकिन बावजूद इतनी फीस के गोल्डन चांस लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। बीए और एमए इत्यादि में इंप्रूवमेंट के लिए इम्तिहानों की वैसे 1100 से 1500 रुपये तक फीस ली जाती है। गोल्डन चांस उन विद्यार्थियों को दिया जाता है जो किसी कारणवश कंपार्टमेंट इत्यादि के पूरे चांस लेने के बाद भी पास नहीं हो पाते। ऐसे विद्यार्थियों को दो विशेष चांस दिए जाते हैं। कई विद्यार्थी और खासकर लड़कियां ऐसी होती हैं जो शादी की वजह से बीच में पढ़ाई छोड़ देती हैं। उनके तमाम चांस पूरे हो जाते हैं। पंजाब यूनिवर्सिटी ने 1980 तक के विद्यार्थियों को गोल्डन चांस देने का एलान किया था। हालांकि उसमें शर्त यह थी कि उन्हें परीक्षा आज के स्लेबस मुताबिक पास करनी होगी। इंप्रूवमेंट के इम्तिहान हर साल एक हजार से ज्यादा विद्यार्थी देते हैं। डिवीजन में सुधार करना इसका विशेष मकसद है। इसी तरह पोस्ट ग्रेजुएट परीक्षाओं में इंप्रूवमेंट करने के ज्यादा मामले सामने आते हैं। हर साल करीब 1500 विद्यार्थी अपीयर होते हैं। गोल्डन चांस के लिए जो आवेदन कर रहे हैं उनमें 2000 के बाद के विद्यार्थियों की तादाद सबसे ज्यादा है। पंजाब यूनिवर्सिटी के अधिकांश विभाग अगले सत्र से खुद ही अपनी परीक्षाएं आयोजित करेंगे। पेपर आयोजित करने से लेकर चेक करने और रिजल्ट तैयार करने तक का जिम्मा विभागों का ही होगा। यूनिवर्सिटी का प्रयोग कितना सफल रहता है यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन एग्जामिनेशन ब्रांच का बोझ जरूर इससे कम हो जाएगा( दैनिक जागरण,चंडीगढ़,15.6.11)।

डीयूःएडमिशन के दौरान पुलिस की रहेगी कड़ी नज़र

Posted: 15 Jun 2011 09:10 AM PDT

डीयू की पहली कट ऑफ आने के बाद आज कॉलेजों में स्टूडेंटस की भीड़ उमड़ेगी। ऐसे में साउथ कैंपस में आने वाले स्टूडेंट्स को नई बनी साउथ कैंपस पुलिस चौकी से सुरक्षा का अहसास होगा। इस इलाके में कुछ अरसे से लड़कियों के प्रति क्राइम काफी बढ़ रहा है, फिर चाहे वह रोजमर्रा की छेड़छाड़ हो या राधिका तंवर जैसा बड़ा कांड।

स्टूडेंट्स ने दिल्ली पुलिस के इस कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि पुलिस पोस्ट खुलने से वे कुछ सेफ महसूस कर रही है, अब उम्मीद है कि उनकी शिकायतों को गंभीरता से लिया जाएगा।

साउथ कैंपस में डीयू के वेंकटेश्वर, आत्माराम, मोतीलाल और रामलाल कॉलेज हैं। ऐसे में सुबह से शाम तक स्टूडेंट्स का यहां आना-जाना लगा रहता है। यहां लड़कियां हमेशा से ही अपनी सेफ्टी के लिए परेशान रही हैं। वेंकटेश्वर कॉलेज की लीना अरोड़ा कहती हैं कि कैंपस और इस इलाके में छोटी-बड़ी छेड़छाड़ आम है।

एडमिशन टाइम के दौरान तो और भी ज्यादा भीड़भाड़ु होती है जिसका छेड़छाड़ करने वाले लड़के खूब फायदा उठाते हैं। लड़कियों को इस पोस्ट के खुलने से काफी मदद मिलेगी। हमें पता चला है कि इस पोस्ट पर ज्यादातर महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं, इससे हमें अपनी शिकायतें करने में और भी आसानी होगी।


वहीं आत्माराम कॉलेज की शिप्रा सूद कहती हैं, छेड़छाड़ तो यहां आम हो चुकी है, ऊपर से राधिका तंवर केस ने सभी को डरा दिया था। ऐसे में, पुलिस का यह कदम तारीफ के काबिल है। कैंपस के आसपास रहने वालीं स्टूडेंट्स को भी पोस्ट खुलने से सुकून मिला है। पेइंग गेस्ट के तौर पर सत्य निकेतन इलाके में रह रही स्नेहा शर्मा का कहना है कि यहां शाम को अकेले निकलने में डर लगा रहता है। अगर शाम को काम हो भी तो टालना पड़ता है। 
वैसे, पुलिस गश्त लगाती तो है पर उनसे शिकायत करने का माहौल नहीं बन पाता और न ही वे ढंग से एक्शन ले पाते हैं। लेकिन पता चला है इन पोस्ट में लेडीज हैं, ऐसे में बात कुछ आसान हो जाएगी(महक शर्मा,नभाटा,15.6.11)

डीयूःनीचे आई केट की कट ऑफ

Posted: 15 Jun 2011 08:50 AM PDT

डीयू में बीए ऑनर्स (इंग्लिश) में एडमिशन के लिए हुए केट के रिजल्ट में इस बार हाई स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या घटने का असर कट ऑफ पर साफ देखने को मिला। केट के बेस पर 21 कॉलेजों में इंग्लिश ऑनर्स कोर्स में एडमिशन होना है और इन कॉलेजों ने र्फस्ट कट ऑफ लिस्ट जारी कर दी है।

पॉपुलर कॉलेजों की बात करें तो लेडी श्री राम कॉलेज, आईपी कॉलेज, मिरांडा हाउस, हिंदू और कमला नेहरू कॉलेज की कट ऑफ नीचे आई है। आउट ऑफ कैंपस कॉलेजों ने अपनी कट ऑफ में बढ़ोतरी की है। इस बार सबसे अधिक कट ऑफ हिंदू कॉलेज की है, जहां पर जनरल कैटिगरी में केट में 80.55 स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स को एडमिशन मिल पाएगा। लेडी श्री राम कॉलेज की कट ऑफ 80.03 है।

कई कॉलेजों ने ओबीसी की कट ऑफ में 10 पर्सेंट का अंतर रखा है। जैसे महाराजा अग्रसेन कॉलेज में जनरल कैटिगरी की कट ऑफ 70 है तो यहां पर ओबीसी कैटिगरी के स्टूडेंट्स को 60 पर्सेंट पर एडमिशन मिल रहा है।

पॉपुलर कॉलेजों की कट ऑफ में 4 पर्सेंट से अधिक की कमी की गई है। लेडी श्री राम कॉलेज में पिछले साल केट स्कोर के बेस पर 84.53 पर्सेंट पर पहली लिस्ट में एडमिशन हुए थे तो वहीं इस बार कॉलेज ने पहली कट ऑफ में 4.53 पर्सेंट की कमी की है और इस बार यहां पर 80.03 पर्सेंट पर स्टूडेंट्स को एडमिशन मिल सकेगा।


कैंपस के मिरांडा हाउस में पिछले साल की कट ऑफ 83.8 थी जो इस बार घटकर 79.3 पर्सेंट हो गई है। कमला नेहरू कॉलेज ने अपनी कट ऑफ में तीन पर्सेंट की कमी करते हुए 75 पर्सेंट पर स्टूडेंट्स को एडमिशन देने का फैसला किया है। शहीद भगत सिंह कॉलेज ने दो पर्सेंट की कमी करते हुए पहली कट ऑफ 73 तय की है।
खास बात यह है कि आउट ऑफ कैंपस कॉलेजों में महाराजा अग्रसेन कॉलेज की कट ऑफ 5 पर्सेंट बढ़कर 70 तक पहुंच गई है और सत्यवती ईवनिंग कॉलेज ने अपनी कट ऑफ में 10 पर्सेंट की बढ़ोतरी की है और इस बार 65 पर्सेंट पर स्टूडेंट्स को एडमिशन देने का फैसला किया है। दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स की कट ऑफ 76 है जो पिछले साल से एक पर्सेंट ज्यादा है। 

स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज और जाकिर हुसैन कॉलेज की कट ऑफ पिछले साल की तरह ही है। इन कॉलेजों ने र्फस्ट कट ऑफ में कोई बदलाव नहीं किया है। इस बार चार नए कॉलेज केट में शामिल हुए थे, इन कॉलेजों में किरोड़ीमल कॉलेज की कट ऑफ 78, जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज की कट ऑफ 73, राजधानी कॉलेज की 70 और विवेकानंद कॉलेज की कट ऑफ 66 पर्सेंट है। ओबीसी कैटिगरी में सत्यवती ईवनिंग कॉलेज में 55 पर्सेंट पर भी स्टूडेंट्स को र्फस्ट लिस्ट में ही एडमिशन मिल रहा है। 

केट में जनरल कैटिगरी में 6,060 स्टूडेंट्स ने क्वालीफाई किया है और ओबीसी कैटिगरी में 654 स्टूडेंट्स क्वॉलिफाइंग लिस्ट में शामिल हैं। पिछले साल टॉप करने वाले स्टूडेंट्स ने 92 प्लस स्कोर किया था, वहीं इस बार एक ही स्टूडेंट ने 90 प्लस स्कोर किया है। 88-89 तक केट स्कोर पाने वाले स्टूडेंट्स की संख्या छह है। इसी तरह से 86 प्लस केट स्कोर पाने वाले भी छह स्टूडेंट्स हैं। 

82-83 तक केट स्कोर पाने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 18 है। खास बात यह रही कि कई स्टूडेंट्स ऐसे थे, जिनका सीबीएसई का स्कोर 95 प्लस था लेकिन केट का स्कोर 69-70 तक ही रह गया। सीबीएसई के बोर्ड एग्जाम में हाई स्कोर पाने वाले कई स्टूडेंट्स केट एग्जाम में नहीं चल पाए और उनका केट स्कोर 70 से भी कम रहा है(भूपेंद्र,नभाटा,दिल्ली,15.6.11)।

नवी मुंबई मनपा क्षेत्र के अवैध स्कूलों की सूची जारी

Posted: 15 Jun 2011 08:30 AM PDT

शैक्षणिक वर्ष 2011-12 के लिए नवी मुंबई मनपा शिक्षण मंडल ने सभी अभिभावकों से अपील की है कि वे अवैध स्कूलों में अपने बच्चों का ऐडमिशन न कराएं। मनपा शिक्षण मंडल ने चेतावनी दी है कि इसके बावजूद यदि किसी नागरिक ने इन अवैध स्कूलों में अपने बच्चे का ऐडमिशन कराया, तो इसके लिए मनपा शिक्षण मंडल जिम्मेदार नहीं होगी। इस शैक्षणिक वर्ष के लिए मनपा शिक्षण मंडल ने 19 अवैध स्कूलों की सूची जारी कर दी है। मनपा शिक्षण मंडल ने जिन अवैध स्कूलों की सूूची जारी की है, वे इस प्रकार हैं-

1) शिवस्मृति शिक्षण प्रसारक मंडल का गणेश विद्यालय प्राथमिक, रामनगर, दिघा, मराठी माध्यम

2) मानव विकास एजुकेशन सोसायटी का राजीव गांधी हिंदी विद्यालय यादव नगर, हिंदी माध्यम

3) ओमसाई एजुकेशन ट्रस्ट का अॅपेक्स स्कूल, गोठिवली, इंग्लिश माध्यम

4) ज्ञानदीप शिक्षण प्रसारक मंडल का सरस्वती विद्यानिकेतन स्कूल, घणसोली, इंग्लिश माध्यम

5) सावली शिक्षण संस्था संचालित आशाताई जाधव कन्या शाला, सेक्टर-9 घणसोली, मराठी माध्यम


6) सावली शिक्षण संस्था संचालित श्रीमती गिरिजाबाई जाधव हाईस्कूल, सेक्टर-9 घणसोली, इंग्लिश माध्यम 
7) गुरुदास सेवा समिति ट्रस्ट, ठाणे का भारतीय जागरण स्कूल, कोपरखैरणे, मराठी माध्यम 

8) गुरुदास सेवा समिति ट्रस्ट, ठाणे का भारतीय जागरण स्कूल, कोपरखैरणे, हिंदी माध्यम 

9) गुरुदास सेवा समिति ट्रस्ट , ठाणे का भारतीय जागरण स्कूल , कोपरखैरणे , इंग्लिश माध्यम 

10) श्री साईं ज्योति एजुकेशन ट्रस्ट का श्री साईं ज्योति इंग्लिश स्कूल , सेक्टर -4, कोपरखैरणे , इंग्लिश माध्यम 

11) दि मलंकरा अर्थोडक्स चर्च कौंसिल ऑफ बॉम्बे का सेंट मरीज नाइट स्कूल , सेक्टर -10, वाशी , इंग्लिश माध्यम 

12) गुरुदत्त सेवा सानपाडा का न्यू सिटी अंग्रेजी स्कूल , सानपाडा , इंग्लिश माध्यम 

13) श्रीराम एजुकेशन ट्रस्ट का श्रीराम हिंदी विद्यालय , शिरवणे , हिंदी माध्यम 

14) गुडविल एजुकेशन सोसायटी का गुडविल इंग्लिश स्कूल , शिरवणे , इंग्लिश माध्यम 

15) सेंट जेवियर्स ट्रस्ट का सेंट जेवियर्स स्कूल , नेरुल , मराठी माध्यम 

16) राइट वे एजुकेशन ऐंड वेलफेयर ट्रस्ट का राइट वे इंग्लिश स्कूल , सेक्टर -21, नेरुल , इंग्लिश माध्यम 

17) होम ऑफ पीस फाउंडेशन का ऐडन स्कूल , नेरुल , इंग्लिश माध्यम 

18) लोकमित्र चैरिटेबल ट्रस्ट , नेरुल का फ्रीडम फाइटर ऐंड मारुति काले स्कूल , नेरुल , इंग्लिश माध्यम तथा 

19) रेड क्लिफ फाउंडेशन नॉलेज सेंटर का रेड क्लिफ स्कूल , बेलापुर , इंग्लिश माध् यम 

(नवभारत टाइम्स,नवी मुंबई,15.6.11)

पहली कट-ऑफ लिस्ट के बेस पर एडमिशन 20 तक

Posted: 15 Jun 2011 08:10 AM PDT

फर्स्ट कट ऑफ के एडमिशन 16, 17, 18 और 20 जून को होंगे। मॉर्निंग कॉलेजों में दोपहर 1 बजे तक फीस जमा होगी और ईवनिंग कॉलजों में शाम 4 से 7 बजे तक फीस जमा कराई जा सकती है। र्फस्ट कम र्फस्ट सर्व का नियम लागू नहीं है।

फर्स्ट कट ऑफ के आधार पर जो भी योग्य स्टूडेंट्स हैं, वे इन चार दिनों में से किसी भी दिन जाकर कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं। कोई कॉलेज सीटें फुल होने की बात कहकर स्टूडेंट्स को एडमिशन से मना नहीं कर सकता। अगर स्टूडेंट्स को कोई परेशानी आती है तो वे नॉर्थ कैंपस में डीन स्टूडेंट वेलफेयर ऑफिस और साउथ कैंपस में डिप्टी डीन स्टूडेंट वेलफेयर ऑफिस में संपर्क कर सकते हैं।

ग्रैजुएशन लेवल पर कॉलेजों में सीटों की संख्या करीब 54,000 है। इस बार 5 कट ऑफ लिस्ट जारी होंगी इसलिए स्टूडेंट्स को आने वाली कट ऑफ लिस्टों को लेकर भी उम्मीद रखनी चाहिए। स्टूडेंट्स को फीस जमा कराने के लिए भी एक एक्स्ट्रा दिन मिल रहा है। पिछले साल तक एक कट ऑफ के आधार पर तीन दिन फीस जमा होती थी और इस बार स्टूडेंट्स को फीस जमा कराने के लिए चार दिन का समय मिलेगा।


अलग - अलग कैटिगरी की सीटें 

- जनरल कैटिगरी के स्टूडेंट्स के लिए सीटें (50.5 पर्सेंट ) : 27,270 

- ओबीसी कैटिगरी के स्टूडेंट्स के लिए सीटें (27 पर्सेंट ) : 14,580 

- एससी - एसटी कैटिगरी के स्टूडेंट्स की सीटें (22.5 पर्सेंट ): 12,150 

- डिसेबल्ड कैटिगरी के स्टूडेंट्स के लिए सीटें (3 पर्सेंट ) :1,620 

चाहिए होंगे ये डॉक्युमेंट 

- 12 वीं क्लास की ओरिजनल मार्कशीट 

- 10 वीं क्लास का सटिर्फिकेट 

- प्रोविजिनल / कैरेक्टर सटिर्फिकेट ( जिस स्कूल से 12 वीं पास की है ) 

- दिल्ली से बाहर के स्टूडेंट्स को ट्रांसफर सटिर्फिकेट लाना होगा 

- 6 पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ 

- फीस ( कॉलेजों की फीस 5,000 से लेकर 10,000 तक है ) 

- इन सभी डॉक्युमेंट की सेल्फ अटेस्टेड फोटोकॉपी भी अपने साथ लेकर जाएं 

- रिजर्व कैटिगरी के स्टूडेंट्स अपना कॉस्ट सटिर्फिकेट लेकर जाएं 

बाकी कट ऑफ का शेडयूल 

दूसरी कट ऑफ : 21 जून 

फीस जमा : 22- 25 जून 

तीसरी कट ऑफ : 27 जून 

फीस जमा : 28 जून से 1 जुलाई 

चौथी कट ऑफ : 2 जुलाई 

फीस जमा : 4-7 जुलाई 

पांचवीं कट ऑफ : 8 जुलाई 

फीस जमा : 9- 13 जुलाई ( संडे को छोड़कर ) 

एससी - एसटी की फर्स्ट कट ऑफ 

कट ऑफ : 15 जून दोपहर 2 बजे 

प्रोविजनल एडमिशन स्लिप मिलेगी आर्ट फैकल्टी से व एडमिशन डेट : 16- 20 जून ( संडे को छोड़कर ) 

फिजिकल हैंडिकेप कैटिगरी की र्फस्ट कट ऑफ 

प्रोविजनल एडमिशन स्लिप मिलेगी डीन स्टूडेंट वेलफेयर ऑफिस , नॉर्थ कैंपस व एडमिशन डेट : 16-20 जून ( संडे को छोड़कर ) (नवभारत टाइम्स,दिल्ली,15.6.11)

दिल्ली विश्वविद्यालय: लीक से हट कर हैं ये कोर्स

Posted: 15 Jun 2011 07:50 AM PDT

यदि पढ़ाई सीधे-सीधे रोजगार से जुड़ी हो तो उसकी अहमियत बढ़ जाती है। यही वजह है कि युवा परंपरागत विषयों में पढ़ाई से हटकर ऐसे प्रोफेशनल कोर्सेज की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जो जॉब के बेस पर तैयार किए गए हैं। यहां कुछ ऐसे ही कोर्सेज के बारे में बता रही हैं प्रियंका कुमारी

दिल्ली के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में हाल के वर्षों में कई यूनिक कोर्स खोले गए हैं। ये कोर्स पारंपरिक कोर्सेज से हट कर हैं। यूनिक होने के साथ और रोजगार के रास्ते पर ले जाने वाले ये कोर्स छात्रों में खूब लोकप्रिय हो रहे हैं। इनकी जानकारी आमतौर पर कम ही छात्रों को होती है।
ऐसे कोर्सेज की लिस्ट अब लंबी होती जा रही है, जिन्हें जानना और उसमें दाखिला पाना एक चुनौती भरा काम हो गया है। इन कोर्सेज में कुछ एप्लायड साइंस से हैं तो कुछ वोकेशनल, कॉमर्स और सोशल साइंस के।

बीएससी एग्रो कैमिकल एंड पेस्ट कंट्रोल
भारत में सैकड़ों टन अनाज हर साल गोदामों में बेकार हो जाता है। खेत से लेकर खलिहान तक और घर से लेकर गोदाम तक अनाज के संरक्षण और उसे इस्तेमाल लायक बनाने का हुनर एग्रो कैमिकल एंड पेस्ट कंट्रोल बखूबी सिखाता है। यह एक ऐसा कोर्स है, जिसे करने के बाद छात्र उत्पादन के समय से लेकर खलिहान, गोदाम और किसानों के घरों में फसलों व अनाजों के रखरखाव की तरकीब जानता है। स्पेशलाइज्ड कोर्स के रूप में इस कोर्स के तहत छात्रों को कीट की पहचान व उससे बचाव की अलग-अलग विधियों से भी रूबरू कराया जाता है। साथ ही प्रदूषण पर कैसे लगाम लगाया जाए, इसकी जानकारी दी जाती है। स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज में इस स्पेशलाइज्ड कोर्स में दाखिला जून में 12वीं की मेरिट के आधार पर होता है। आवेदक बारहवीं कक्षा में भौतिकी, रसायनशास्त्र, बायोलॉजी व एक भाषा के साथ उत्तीर्ण हो।


एमएससी इंटीग्रेटेड इन अर्थ साइंस
नये कोर्स के रूप में डीयू में इस बार स्नातक स्तर पर छात्रों को इंटीग्रेटेड कोर्स में दाखिला पाने का मौका मिलेगा। इस कड़ी में यहां भूगर्भ विभाग में पांच वर्षीय कोर्स एमएससी इंटीग्रेटेड इन अर्थ साइंस शुरू किया गया है। छात्र यहां 12वीं के बाद ही प्रवेश पा सकते हैं। आईआईटी जेईई में बैठने वाले छात्रों को मेरिट के हिसाब से यहां दाखिला दिया जाएगा। इसके बाद भी अगर सीटें बची रहती हैं तो 12वीं बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 70 फीसदी अंक हासिल करने वाले छात्रों को भी मेरिट के आधार पर दाखिला दिया जाएगा। प्रो. दुबे के मुताबिक कोर्स में 25 सीटें हैं। कोर्स पूरा करने पर बीएससी और एमएससी, दोनों डिग्री मिलेंगी। कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया जारी है। कोर्स मुख्य तौर पर चार पार्ट का कॉम्बिनेशन है, जिसमें जियोलॉजी, मरीन साइंस, जियोफिजिक्स व मौसम विज्ञान है।

इंस्ट्रुमेंटेशन
शहीद राजगुरु में लड़कियों के लिए एप्लायड साइंस के रूप में चल रहे इस कोर्स में छात्रों को उपकरणों की जानकारी दी जाती है। इसमें बायोलॉजी से लेकर सभी विषय इलेक्ट्रॉनिक्स, डिजिटल एनालिसिस, कंप्यूटर साइंस, बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी व जेनेटिक्स के बारे में पढ़ाया जाता है। कोर्स के बाद अस्पतालों या अन्य कहीं भी प्रशिक्षण के बाद नौकरी ले सकते हैं। दाखिला 12वीं के अंकों के आधार पर दिया जाता है।

फूड टेक्नोलॉजी
इसमें खाद्य पदार्थों के संरक्षण से लेकर इंडस्ट्री तैयार करने तक की जानकारी दी जाती है। इसमें छात्रों को आखिरी वर्ष में नए खाद्य पदार्थों को तैयार करवाने की ट्रेनिंग दी जाती है। अब तक सौ से अधिक खाद्य पदार्थ तैयार किए गये हैं, जिसमें सोया नट, सोया रसगुल्ले, कंप्लीट कॉफी, इंस्टेंट गाजर हलवा, केन्ड ब्रेड, पनीर के बचे पानी से बना पनीर आदि तैयार किया गया है। कोर्स के बाद फूड इंडस्ट्री, प्रोडक्शन, आरएंडडी आदि में नौकरी के अच्छे अवसर हैं। दाखिला 12वीं की मेरिट के आधार पर होता है।

मैटेरियल मैनेजमेंट
यह दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज में चलता है। बीए वोकेशनल कोर्स के रूप में मैटीरियल मैनेजमेंट के तहत तीन अलग-अलग वर्षों में उसके विविध रूपों से रूबरू कराया जाता है। पहले साल में जहां छात्रों को किसी भी कंपनी में परचेजिंग व स्टोर मैनेजमेंट क्या है, इसकी जानकारी दी जाती है। इस कोर्स में 12वीं के अंकों (बेस्ट फोर) के आधार पर दाखिला मिलता है।
बीए वोकेशनल के तहत इस कॉलेज में टूरिज्म, ऑफिस एडमिनिस्ट्रेशन एंड सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस, मैनेजमेंट एंड मार्केटिंग, स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइज, ह्यूमन रिसोर्स मैनजमेंट एंड मार्केटिंग मैनेजमेंट एंड रिटेल बिजनेस जैसे कोर्स भी चल रहे हैं। इन कोर्सेज में दाखिला बारहवीं की मेरिट के आधार पर मिलता है।

कॉस्मेटोलॉजी
शेविंग क्रीम हो या टूथ पेस्ट, फेस क्रीम, सनस्क्रीन क्रीम या फिर शैम्पू, साबुन और तेल-ये सभी आम जीवन की जरूरतों में शामिल हो गए हैं। बाजार में रोजमर्रा की मांग ने इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी खूब पैदा किए हैं। श्यामलाल कॉलेज में चल रहे पीजी डिप्लोमा इन कॉस्मेटोलॉजी का कोर्स इन अवसरों के बीच ही ले जाता है। इसमें दाखिले के लिए बीएससी की मांग की जाती है। कैमिस्ट्री की पढ़ाई करने वालों के लिए यह और फायदेमंद है।

बीबीएस, बीएफआई और बीबीई
बीबीएस यानी बैचलर ऑफ बिजनेस स्टडीज अंडर ग्रेजुएट मैनेजमेंट प्रोग्राम है। बीएफआईए बैचलर ऑफ फाइनेंशियल एंड इनवेस्टमेंट एनेलिसिस है। यह फाइनेंस का स्पेशलाइज्ड कोर्स है। बीबीई का मतलब बैचलर ऑफ बिजनेस इकोनॉमिक्स है। यह बाजार के हिसाब से तैयार किया गया कोर्स है। यह बाजार में इस्तेमाल में आने वाले अर्थशास्त्र पर केन्द्रित है। यह अर्थशास्त्र ऑनर्स से इस मायने में अलग हैं कि इसमें अर्थशास्त्र का इतिहास, उसका विकास और तरह-तरह के सिद्धांतों को नहीं पढ़ाया जाता। तीनों में दाखिला एक संयुक्त प्रवेश परीक्षा के जरिए होता है। प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जा चुका है।

पॉलिमर साइंस
भास्कराचार्य कॉलेज में एप्लायड साइंस के रूप में पॉलिमर साइंस कोर्स मुख्य रूप से पॉलिमर इंडस्ट्री के लिए मैनपावर तैयार करता है। प्रशिक्षित लोगों को पॉलिमर का निर्माण, पॉलिमर प्रोसेसिंग, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, मार्केटिंग सेल्स और डाई डिजाइनिंग के क्षेत्र में काम करने का मौका मिलता है। इस कोर्स में दाखिला 12वीं की मेरिट के आधार पर मिलता है।

कंफ्लिक्ट ट्रांसफॉर्मेशन एंड पीस बिल्डिंग
देश से लेकर विदेश तक जगह-जगह हो रहे संघर्षों में शांति कायम रखना एक चुनौती भरा काम है। इन संघर्षों के मूल स्वरूप की पहचान कैसे की जाए और अहिंसात्मक तरीके से समाज को विकास के पथ पर किस रूप में लाया जाए, इसकी कला सिखाने और समझ पैदा करने का काम कंफ्लिक्ट ट्रांसफॉर्मेशन एंड पीस बिल्डिंग नाम का कोर्स करता है।
लेडी श्रीराम कॉलेज में चलाया जा रहा यह कोर्स युवाओं में खासा लोकप्रिय हो रहा है। इस डिप्लोमा कोर्स में छात्रों को चार पेपर पढ़ने होते हैं। इनमें संघर्ष का विश्लेषण, उसका बदलाव, स्किल बिल्डिंग, संवाद, मध्यस्थता और सुलह विषय शामिल हैं। कॉलेज में लड़के और लड़कियां, दोनों के लिए प्रवेश का दरवाजा खुला है। न्यूनतम योग्यता 60 फीसदी अंकों के साथ 12वीं है। आवेदन के साथ छात्रों से कोर्स में दाखिला लेने के मकसद के बारे में एक लेख मांगा जाता है।

बीए इन ड्य़ूल मेजर
डॉ. भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी में इस साल शुरू किया गया यह कोर्स छात्रों को चार साल के अंदर दो कोर्सेज में स्पेशलाइजेशन की ओर ले जाता है। यह कोर्स ऐसे छात्रों को विदेश में उच्च शिक्षा की राह दिखाएगा, जो बीए करके वहां पीजी की डिग्री लेना चाहते हैं। इस कोर्स के बाद उन्हें वहां सीधे पीजी कोर्सेज में दाखिला मिलेगा। भारत में एक साल एमए करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कोर्स में आखिरी साल में छात्रों को अपना स्पेशलाइजेशन चुनना होता है। इस कोर्स में दाखिला 12वीं की मेरिट के आधार पर होगा। इसमें दाखिले की प्रक्रिया जारी है।

तकनीक में एमबीए वाया डीटीयू
दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय ने तकनीकी ज्ञान से जोड़ कर एक साल पहले तीन स्पेशलाइज्ड एमबीए कोर्स शुरू किए हैं। ये कोर्स हैं: एमबीए इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट, दूसरा सप्लाई चेन मैनेजमेंट और तीसरा एमबीए- नॉलेज एंड टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट। नॉलेज एंड टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट में छात्र को आमतौर पर मैनेजेरियल स्तर पर निर्णय लेने का ज्ञान सिखाया जाता है। सप्लाई चेन मैनेजमेंट में छात्र लॉजिस्टिक्स, रणनीति विकसित करने, मूल्यांकन करने और उसमें प्रबंधकीय गुण का इस्तेमाल करना सीखते हैं। सूचना तकनीक प्रबंधन में कॉरपोरेट जगत में सूचना तकनीक के इस्तेमाल की बेहतर संभावनाएं तलाशना सिखाया जाता है।
इस कोर्स में दाखिले का मौका उन्हीं छात्रों को मिलता है, जिनके पास बीई यानी बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग या बीटेक की डिग्री है।
(प्रियंका कुमारी,हिंदुस्तान,दिल्ली,15.6.11)

महाराष्ट्र हेल्थ ऐंड टेक्नोलॉजी-सीईटी का परिणाम

Posted: 15 Jun 2011 07:30 AM PDT

महाराष्ट्र हेल्थ ऐंड टेक्नोलॉजी-सीईटी का परिणाम बेहद रोचक रहा है। डायरेक्टरेट ऑफ मेडिकल एजुकेशन ऐंड रिसर्च द्वारा आयोजित इस परीक्षा के हेल्थ साइंस कोर्स में हालांकि, 2010 के मुकाबले इस बार 16,053 ज्यादा लोग बैठे थे, लेकिन पास करनेवालों की संख्या 2.47 कम हुई है।

. हेल्थ साइंसेज के 1,92,685 प्रत्याशियों में से केवल 23,147 (12.76 प्रतिशत )ही सफल। 2010 में 1.76 लाख बैठे और 26,905 (15.23 प्रतिशत) रहे कामयाब।

. मराठवाडा रीजन आया अव्वल,हेल्थ साइंसेज में 14.66 प्रतिशत स्टूडेंट्स सफल।

. इंजिनियरिंग में सामान्य वर्ग के 1,23,611 और आरक्षित वर्गों के 1,30,597 हुए पास।


. सर्वोच्च अंक (199) पुणे के स्टूडेंट को। 
. मुंबई का सर्वोच्च 198 अंक। 

. एमबीबीएस, बीई, फार्मेसी, वेटरिनरी साइंसेज, आर्किटेक्चर और पैरामेडिकल कोर्सेज के लिए हुई परीक्षा(नवभारत टाइम्स,मुंबई,15.6.11) 

डीयू का डेवलपमेंट स्टडीज पाठ्यक्रम

Posted: 15 Jun 2011 07:10 AM PDT

डेवलपमेंट स्टडीज उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उभर रहे उन नए विकल्पों में है, जिन्होंने करियर के विकल्पों को बहुआयामी बनाया है और अपनी पसंद से कार्य करने वाले लोगों को आजादी भी दी है। इस कोर्स का व्यापक क्षेत्र इसे जहां एक ओर लोकप्रिय बनाता है, वहीं करियर के बहुत से विकल्पों को भी खोलता है। यदि समाज में बदलाव लाने की भावना आप में है और आप उसे विकासोन्मुखी बनाने की इच्छा रखते हैं तो यह आपके लिए एक बेहतर विक



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Palash Biswas
Pl Read:
http://nandigramunited-banga.blogspot.com/

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